भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"याद / विनय सौरभ" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Kumar mukul (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= विनय सौरभ |संग्रह= }} {{KKCatK avita}} <poem> उन ब...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
10:55, 4 अक्टूबर 2018 के समय का अवतरण
{{KKCatK avita}}
उन बारिशों को याद करो
जो तुम्हारी उदास रातों में
लगातार झरती रहीं
और वायलिन बजाते उस दोस्त को
कैसे भूल सकते हो
जो उन रातों में
तुम्हारे सिरहाने बैठा होता था !