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"प्यार होता है हर कहानी में / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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+ | फिर रखा क्या है ज़िंदगानी में | ||
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20:40, 30 दिसम्बर 2018 के समय का अवतरण
प्यार होता है हर कहानी में
नदी अच्छी लगे रवानी में
उम्र का भी क़ुसूर होता है
भूल हो जाती है जवानी में
उसने माँगा था कोई नज़राना
ले गया दिल मेरा निशानी में
झील में पाँव पखारा उसने
लग गयी आग जैसे पानी में
बुझ गयी प्यास मिट गयी हसरत
फिर रखा क्या है ज़िंदगानी में