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"सिर / ये लहरें घेर लेती हैं / मधु शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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02:19, 24 जनवरी 2019 के समय का अवतरण

सुनने देखने
और महसूस करने से भरा है
सोचने को सारा कारोबार,
सिर का गट्ठर
यह इतना बोझ भरा
कि मैं उड़ नहीं सकता
पक्षी की तरह
निपट आकाश में।