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"रास्ता किस जगह नहीं होता / हस्तीमल 'हस्ती'" के अवतरणों में अंतर

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रास्ता किस जगह नहीं होता
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सिर्फ़ हमको पता नहीं होता
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बरसों रुत के मिज़ाज सहता है
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पेड़ यूँ ही बड़ा नहीं होता
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छोड़ दें रास्ता ही डर के हम
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ये कोई रास्ता नहीं होता
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एक नाटक है ज़िंदगी यारो
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ख़ौफ़ राहों से किसलिए `हस्ती'
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हादसा घर में क्या नहीं होता
 
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07:05, 26 जनवरी 2019 के समय का अवतरण

रास्ता किस जगह नहीं होता
सिर्फ़ हमको पता नहीं होता

अब भलों का भला नहीं होता
अब बुरों का बुरा नहीं होता

बरसों रुत के मिज़ाज सहता है
पेड़ यूँ ही बड़ा नहीं होता

छोड़ दें रास्ता ही डर के हम
ये कोई रास्ता नहीं होता

एक नाटक है ज़िंदगी यारो
कौन बहरूपिया नहीं होता

ख़ौफ़ राहों से किसलिए `हस्ती'
हादसा घर में क्या नहीं होता