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"तसव्वुर का एक आइना चाहती हूँ / रंजना वर्मा" के अवतरणों में अंतर

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10:49, 19 मार्च 2019 के समय का अवतरण

तसव्वुर का इक आइना चाहती हूँ
अब अपनी अना देखना चाहती हूँ

बहुत दूर मझधार से हैं किनारे
तेरा नाम ले डूबना चाहती हूँ

समझता नहीं है जो उल्फ़त की बातें
उसे हर घड़ी सोचना चाहती हूँ

अँधेरी निशा में जो टूटा सितारा
ख़ुदा से तुझे माँगना चाहती हूँ

मिले वस्ल या हिज्र के ग़म मुझे मैं
यही प्यार का सिलसिला चाहती हूँ