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"नही और कोई कमी ज़िन्दगी में/ देवमणि पांडेय" के अवतरणों में अंतर
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चलो मिल के ढ़ूंढ़ें ख़ुशी ज़िन्दगी में | चलो मिल के ढ़ूंढ़ें ख़ुशी ज़िन्दगी में | ||
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:हज़ारों नहीं एक ख़्वाहिश है दिल में | :हज़ारों नहीं एक ख़्वाहिश है दिल में | ||
मिले काश कोई कभी ज़िन्दगी में | मिले काश कोई कभी ज़िन्दगी में | ||
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:अगर दिल किसी को बहुत चाहता है | :अगर दिल किसी को बहुत चाहता है | ||
उसे कर लो शामिल अभी ज़िन्दगी में | उसे कर लो शामिल अभी ज़िन्दगी में | ||
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:मोहब्बत की शाख़ों पे गुल तो खिलेंगे | :मोहब्बत की शाख़ों पे गुल तो खिलेंगे | ||
अगर होगी थोड़ी नमी ज़िन्दगी में | अगर होगी थोड़ी नमी ज़िन्दगी में | ||
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:निगाहों में ख़ुशबू क़दम बहके-बहके | :निगाहों में ख़ुशबू क़दम बहके-बहके | ||
ये दिन भी हैं आते सभी ज़िन्दगी में | ये दिन भी हैं आते सभी ज़िन्दगी में | ||
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:मिलेंगे बहुत चाहने वाले तुमको | :मिलेंगे बहुत चाहने वाले तुमको | ||
मिलेगा न हम-सा कभी ज़िन्दगी में | मिलेगा न हम-सा कभी ज़िन्दगी में | ||
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:बिछड़ कर किसी से न मर जाए कोई | :बिछड़ कर किसी से न मर जाए कोई | ||
वो मौसम न आए किसी ज़िन्दगी में | वो मौसम न आए किसी ज़िन्दगी में |
20:05, 8 अगस्त 2008 के समय का अवतरण
- नही और कोई कमी ज़िन्दगी में
चलो मिल के ढ़ूंढ़ें ख़ुशी ज़िन्दगी में
- हज़ारों नहीं एक ख़्वाहिश है दिल में
मिले काश कोई कभी ज़िन्दगी में
- अगर दिल किसी को बहुत चाहता है
उसे कर लो शामिल अभी ज़िन्दगी में
- मोहब्बत की शाख़ों पे गुल तो खिलेंगे
अगर होगी थोड़ी नमी ज़िन्दगी में
- निगाहों में ख़ुशबू क़दम बहके-बहके
ये दिन भी हैं आते सभी ज़िन्दगी में
- मिलेंगे बहुत चाहने वाले तुमको
मिलेगा न हम-सा कभी ज़िन्दगी में
- बिछड़ कर किसी से न मर जाए कोई
वो मौसम न आए किसी ज़िन्दगी में