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"शारदे निखार दे (शिव छंद) / अनामिका सिंह 'अना'" के अवतरणों में अंतर

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16:57, 14 जुलाई 2019 के समय का अवतरण

शारदे निखार दे, शब्द-शब्द धार दे।
लेखनी सदा चले, सत्य को लगा गले॥

हों सगे न गैर के, गीत छंद बैर के.
इक वृथा न हो कथा, दीन की कहें व्यथा॥

बात प्रेम की कहें, विश्व क्षेम की कहें।
छंद-छंद आस हो, बस यही प्रयास हो॥