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"हिम्मत न हारो! / महेन्द्र भटनागर" के अवतरणों में अंतर
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हिम्मत न हारो !<br> | हिम्मत न हारो !<br> |
23:07, 15 अगस्त 2008 के समय का अवतरण
हिम्मत न हारो !
कंटकों के बीच
मन-पाटल खिलेगा एक दिन,
हिम्मत न हारो !
यदि आँधियाँ आएँ तुम्हारे पास
उनसे खेल लो,
जितनी बड़ी चट्टान वे फेंकें तुम्हारी ओर
उसको झेल लो !
तुम तो जानते हो
आजकल बरसात के दिन हैं;
गगन में खलबली है,
दौर-दौरा है घटाओं का,
तुम्हारे सामने अस्तित्व हो उनका
- सदाओं का !
- सदाओं का !
लरजती बिजलियाँ;
माना,
तुम्हारे सामने हो खेल
आतिशबाज़ियाँ नाना !
निरंतर राह पर चलते रहोगे तो
तुम्हारा लक्ष्य तुमसे आ मिलेगा एक दिन !
हिम्मत न हारो !
कंटकों के बीच
मन-पाटल खिलेगा एक दिन !
हिम्मत न हारो !