भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सॉरी / सुशान्त सुप्रिय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुशान्त सुप्रिय |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

22:55, 1 अक्टूबर 2019 के समय का अवतरण

भीड़ भरी सड़क पर वह
तेज़ रफ़्तार से
गाड़ी चला रहा था
तभी उसके मोबाइल का
रिंग-टोन बज उठा
अधीर होकर उसने
गाड़ी चलाते हुए ही
फ़ोन ‘पिक’ कर लिया

लेकिन तभी एक बच्चा
उसकी गाड़ी से टकरा कर
घायल हो गया

खिड़की का शीशा नीचे करके
उसने कहा -“ सॉरी ! “
और गाड़ी आगे बढ़ा ली

जैसे एक ज़ख़्मी बच्चे की
गहरी चोट और असह्य दर्द को
एक ही शब्द ने सोख लिया हो -
“ सॉरी ! “