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"कोई दीवाना कहता है (कविता) / कुमार विश्वास" के अवतरणों में अंतर

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जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!
 
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!
  
समंदर पीर का है अन्दर, लेकिन रो नही सकता !
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समंदर पीर का अन्दर है, लेकिन रो नही सकता !
 
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नही सकता !!
 
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नही सकता !!
 
मेरी चाहत को दुल्हन बना लेना, मगर सुन ले !
 
मेरी चाहत को दुल्हन बना लेना, मगर सुन ले !
 
जो मेरा हो नही पाया, वो तेरा हो नही सकता !!
 
जो मेरा हो नही पाया, वो तेरा हो नही सकता !!

22:05, 7 अक्टूबर 2008 का अवतरण

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है !!
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ , तू मुझसे दूर कैसी है !
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है !!

मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी कहानी है !
कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!

समंदर पीर का अन्दर है, लेकिन रो नही सकता !
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नही सकता !!
मेरी चाहत को दुल्हन बना लेना, मगर सुन ले !
जो मेरा हो नही पाया, वो तेरा हो नही सकता !!