"अगला युद्ध पानी के लिए / राजकिशोर सिंह" के अवतरणों में अंतर
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− | भूमि के लिए ही इस | + | भूमि के लिए ही इस धरती पर हुए कई संग्राम |
अब तेल के लिए जगत में मच रहा कुहराम | अब तेल के लिए जगत में मच रहा कुहराम | ||
− | पानी अब | + | पानी अब ख़त्म हो रहा है दुनिया में तमाम |
पीने के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम | पीने के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम | ||
भूमि...... | भूमि...... | ||
− | भूमि के लिए जितना | + | भूमि के लिए जितना युद्ध हुआ नहीं घमासान |
पानी के लिए विश्व होगा अब उतना ही वीरान | पानी के लिए विश्व होगा अब उतना ही वीरान | ||
− | टके सेर | + | टके सेर खून सौ टके सेर पानी का होगा जब दाम |
तब पानी के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम | तब पानी के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम | ||
भूमि............ | भूमि............ | ||
− | गंगा में जल की कमी हुई यमुना हुई | + | गंगा में जल की कमी हुई यमुना हुई अशुद्ध |
− | दिल्ली क्या पटना तक जलश्रोत हुआ | + | दिल्ली क्या पटना तक जलश्रोत हुआ अवरुद्ध |
हाहाकार मचेगा जग में लोग होंगे सब त्राहिमाम | हाहाकार मचेगा जग में लोग होंगे सब त्राहिमाम | ||
पानी के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम | पानी के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम | ||
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− | भूमि | + | भूमि खातिर भूपति लड़े, तेल लड़ाया धनवानों को |
− | पानी टकरायेगा सबको | + | पानी टकरायेगा सबको युद्ध में |
− | इस पर | + | इस पर अधिकार जन सामान्य को |
हर घर होगा इराक हरेक को होना पड़ेगा सद्दाम | हर घर होगा इराक हरेक को होना पड़ेगा सद्दाम | ||
पानी के लिए जगत में लोग करेंगे कत्लेआम | पानी के लिए जगत में लोग करेंगे कत्लेआम | ||
भूमि..... | भूमि..... | ||
− | देश-विदेश क्या भाई-भाई में | + | देश-विदेश क्या भाई-भाई में युद्ध होगा सुबह-शाम |
− | + | बाइसवीं सदी में हवा के लिए युद्ध दे रहा है पैगाम | |
बूंद-बूंद पानी बचाओ आएगा जग के काम | बूंद-बूंद पानी बचाओ आएगा जग के काम | ||
पानी के लिए जगत में लोग करेंगे कत्लेआम | पानी के लिए जगत में लोग करेंगे कत्लेआम | ||
भूमि... | भूमि... | ||
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01:12, 21 दिसम्बर 2019 के समय का अवतरण
भूमि के लिए ही इस धरती पर हुए कई संग्राम
अब तेल के लिए जगत में मच रहा कुहराम
पानी अब ख़त्म हो रहा है दुनिया में तमाम
पीने के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम
भूमि......
भूमि के लिए जितना युद्ध हुआ नहीं घमासान
पानी के लिए विश्व होगा अब उतना ही वीरान
टके सेर खून सौ टके सेर पानी का होगा जब दाम
तब पानी के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम
भूमि............
गंगा में जल की कमी हुई यमुना हुई अशुद्ध
दिल्ली क्या पटना तक जलश्रोत हुआ अवरुद्ध
हाहाकार मचेगा जग में लोग होंगे सब त्राहिमाम
पानी के लिए जग में लोग करेंगे कत्लेआम
भूमि........
भूमि खातिर भूपति लड़े, तेल लड़ाया धनवानों को
पानी टकरायेगा सबको युद्ध में
इस पर अधिकार जन सामान्य को
हर घर होगा इराक हरेक को होना पड़ेगा सद्दाम
पानी के लिए जगत में लोग करेंगे कत्लेआम
भूमि.....
देश-विदेश क्या भाई-भाई में युद्ध होगा सुबह-शाम
बाइसवीं सदी में हवा के लिए युद्ध दे रहा है पैगाम
बूंद-बूंद पानी बचाओ आएगा जग के काम
पानी के लिए जगत में लोग करेंगे कत्लेआम
भूमि...