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"अपनी आंखों को चार कर लेना / अभिषेक कुमार अम्बर" के अवतरणों में अंतर
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+ | लड़कियों हो सवाले-इज़्ज़त तो, | ||
+ | फूल से ख़ुद को ख़ार कर लेना। | ||
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+ | प्यार अब खेल बन चुका 'अम्बर' | ||
+ | सब पे मत ऐतबार कर लेना। | ||
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19:47, 6 मार्च 2020 के समय का अवतरण
अपनी आंखों को चार कर लेना,
कितना मुश्किल है प्यार कर लेना।
एक दिन लौटकर मैं आऊंगा,
हो सके इंतजार कर लेना।
मिलने कुछ देर से पहुंचने पर,
तेरा नख़रे हज़ार कर लेना।
आपने किस से सीखा है जानां,
प्यार में जीत हार कर लेना।
लड़कियों हो सवाले-इज़्ज़त तो,
फूल से ख़ुद को ख़ार कर लेना।
प्यार अब खेल बन चुका 'अम्बर'
सब पे मत ऐतबार कर लेना।