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18:25, 22 मार्च 2020 के समय का अवतरण

एक चाहत
हर कदम पर
रोशनी बिछाने की
तुम और मैं
उसी रोशनी पर चलकर
एक राह ढूंढते है
अपना आदि और अंत ढूंढने
की कोशिश करते
चले जाते है ...