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"अतीत / ओम व्यास" के अवतरणों में अंतर

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कलम भी लगती है-बहकने  
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सुखने लगती है स्याही  
 
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लगती है भदरंगी  
 
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कागज भी मानों प्रतिकार करता हो  
 
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शब्द लगते है-रुख से  
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जब भी कभी  
 
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कोशिश करता हूँ  
 
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"अतीत" को लिखने को
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अतीत को लिखने को
 
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19:09, 10 अप्रैल 2020 के समय का अवतरण

कलम भी लगती है बहकने
सुखने लगती है स्याही
लगती है भदरंगी
कागज भी मानों प्रतिकार करता हो
शब्द लगते है रुख से
जब भी कभी
कोशिश करता हूँ
अतीत को लिखने को