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"बिहान नभई बतासले / ईश्वरवल्लभ" के अवतरणों में अंतर
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12:31, 8 मई 2020 के समय का अवतरण
बिहान नभै बतासले शीत किन सुकाइदिन्छ
जस्तै मेरा पीरहरूले गीत सबै लुकाइदिन्छ
छाया परे परे जस्तो चेहराको ऐनाभित्र
कहिले काहीँ बिर्सिदिन्छु बितेका अनेक चित्र
कसैले त हारिसके, जितिसके जिन्दगीमा
म पनि त जितूँ भन्छु, कसलेकसले बिर्साइदिन्छ
बिम्ब झरेझरेजस्तो फूलभित्र तरेलीमा
कहिले काहीँ अल्झिदिन्छु आँसुभित्र परेलीमा
मलाई पनि कतैतिर माया लागेजस्तो हुन्छ
सम्झिएका व्यथा सबै, कसलेकसले बिर्साइदिन्छ