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"रहरहरू / दीपक शम्चू" के अवतरणों में अंतर

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टाउकोबाट झिकेर
सङग्राहलयको सोकेसमा
सजाउने रहर छ
जीवनका भेटी चढाएर
कुर्सी ताक्ने गिद्धी ।


टिपेर
करेसाबारीको थाक्क्रोमा
झुण्ड्याइदिने रहर छ
थुम्कीबाट लडिझर्न लागेको
चिचिलो घाम ।