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बहुत-से तूफ़ानों को  
 
बहुत-से तूफ़ानों को  

20:12, 18 मई 2020 के समय का अवतरण

बहुत-से तूफ़ानों को
देखा मैंने
तोड़ते हुए दम
क़लम की नोक पर

आज भी देखा
एक तूफ़ान
मरा पड़ा धरती पर

काग़ज़ बन गया
क़फ़न जिसका..!