भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"क्षणिका" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('<poem>क्षणिकाएँ वे नन्हीं कविताएँ होती हैं जो कुछ ही पं...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
<poem>क्षणिकाएँ  वे नन्हीं कविताएँ होती हैं जो कुछ ही पंक्तियों और एक वाक्य में
+
<poem>
 +
क्षणिकाएँ  वे नन्हीं कविताएँ होती हैं जो कुछ ही पंक्तियों और एक वाक्य में
 
अपनी बात पूरी कर देती हैं.  
 
अपनी बात पूरी कर देती हैं.  
 
*कविताकोश में इन रचनाकारों  की क्षणिकायें सम्मिलित  हैं
 
*कविताकोश में इन रचनाकारों  की क्षणिकायें सम्मिलित  हैं
पंक्ति 13: पंक्ति 14:
 
*[[मंगलेश डबराल]]
 
*[[मंगलेश डबराल]]
 
*[[नरेश सक्सेना]]
 
*[[नरेश सक्सेना]]
<poem>
+
</poem>

14:26, 20 जून 2020 के समय का अवतरण

क्षणिकाएँ वे नन्हीं कविताएँ होती हैं जो कुछ ही पंक्तियों और एक वाक्य में
अपनी बात पूरी कर देती हैं.