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"आदम जात की बात नहीं / जेन्नी शबनम" के अवतरणों में अंतर
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प्यार में कोई शर्त नहीं होती ! | प्यार में कोई शर्त नहीं होती ! | ||
फिर ये कैसा प्यार | फिर ये कैसा प्यार | ||
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उम्र के ढलान पर | उम्र के ढलान पर | ||
तुम्हारी निगाहें किसे ढूँढती हैं ? | तुम्हारी निगाहें किसे ढूँढती हैं ? | ||
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साथ तो होते हैं लेकिन | साथ तो होते हैं लेकिन | ||
उबलती शिराएँ | उबलती शिराएँ | ||
− | समझते हो न | + | समझते हो न...सहन नहीं होती, |
− | सहन नहीं होती, | + | |
सारी शर्तों को मानते हुए | सारी शर्तों को मानते हुए | ||
हर अनकहा समझते हुए | हर अनकहा समझते हुए |
12:28, 4 जुलाई 2020 के समय का अवतरण
प्यार की उम्र क्या होती है ?
साथ जीने की शर्त क्या होती है ?
अज़ब सवाल पूछते हो
प्यार की उम्र कभी ख़त्म नहीं होती
प्यार में कोई शर्त नहीं होती !
फिर ये कैसा प्यार
हर बार एक नयी अनकही शर्त
जिसे मान लेना होता है,
उम्र के ढलान पर
तुम्हारी निगाहें किसे ढूँढती हैं ?
साथ तो होते हैं लेकिन
उबलती शिराएँ
समझते हो न...सहन नहीं होती,
सारी शर्तों को मानते हुए
हर अनकहा समझते हुए
फिर ऐसा क्यों?
हाँ सच है
रूह से रूह की बात
परी कथाओं की बात है
आदम जात की बात नहीं !
(दिसम्बर 10, 2011)