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"ईश / मनीष मूंदड़ा" के अवतरणों में अंतर
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मन भी थोड़ी देर साथ देता है | मन भी थोड़ी देर साथ देता है | ||
पर फिर सम्भालता है मुझे | पर फिर सम्भालता है मुझे | ||
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चलने की राह देता है | चलने की राह देता है | ||
मन ही मेरा दोस्त है | मन ही मेरा दोस्त है | ||
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07:47, 23 जुलाई 2020 के समय का अवतरण
मन ही मेरा दोस्त है
मन रहा है साथ हमेशा
मेरे अधूरेपन को सँवारता
डर के कण निकलता
मेरे साथ मेरे सपनों को पालता
इस मन का साथ रहा है मेरे साथ
कई बार सम्भाला है मन ने
एकाकी से उबारा है मन ने
कई अधूरी बातों को चुपचाप पूरा किया है
मेरे मन ने
जब मैं दुखी होता हूँ
मन भी थोड़ी देर साथ देता है
पर फिर सम्भालता है मुझे
मन ही है जो विश्वास देता है
ख़ुशियों की चाह देता है
चलने की राह देता है
मन ही मेरा दोस्त है
मन ही मेरा ईश!