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"मैं तेरा अनुवाद हूँ / अशोक शाह" के अवतरणों में अंतर

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उठती पदचापों का
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हस्ताक्षर अनित्य हूँ
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तुम रोज़ जो बदलती हो
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रोती कभी हँसती हो
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जीवन की खोयी तानों की
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लय मधुर मैं ताल हूँ
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दुख लिये, सुख ढूँढ़ती
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आँचल से आती तुम्हारे
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सलवटी हवाओं की मैं
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बलखाती अनुगूँज हूँ
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तुम्हारे अधरों के स्फुरण से
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बनते ब्रह्माण्डों के
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सम्मिलित निनादों का
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रुपांकित अनुवाद हूँ
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मैं तुम्हारा मीत  वही
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ईशारों का हमराज़ भी
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होंठ तुम्हारे जब भी खुलें
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मैं बना संगीत हूँ
  
 
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22:14, 7 अगस्त 2020 के समय का अवतरण

तुम्हारे दिल की धड़कनों सें
तरंगायित मन में
उठती पदचापों का
हस्ताक्षर अनित्य हूँ

तुम रोज़ जो बदलती हो
रोती कभी हँसती हो
जीवन की खोयी तानों की
लय मधुर मैं ताल हूँ

दुख लिये, सुख ढूँढ़ती
आँचल से आती तुम्हारे
सलवटी हवाओं की मैं
बलखाती अनुगूँज हूँ

तुम्हारे अधरों के स्फुरण से
बनते ब्रह्माण्डों के
सम्मिलित निनादों का
रुपांकित अनुवाद हूँ

मैं तुम्हारा मीत वही
ईशारों का हमराज़ भी
होंठ तुम्हारे जब भी खुलें
मैं बना संगीत हूँ