भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हमने बड़ी तलाश की, हमको ख़ुशी नहीं मिली / विक्रम शर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विक्रम शर्मा |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

10:47, 24 अगस्त 2020 के समय का अवतरण

हमने बड़ी तलाश की, हमको खुशी नही मिली
जी हाँ खुशी में आपकी, हमको खुशी नही मिली

हमसे यही सवाल है, कहिये कि क्या नही मिला
हमको हरेक शय मिली, हमको खुशी नही मिली

ये भी कहा गया हमे सबकी खुशी इसी में है
कैसी फरेब बात थी, हमको खुशी नही मिली

उसने हमे कहा कि तुम मेरे बगैर खुश रहो
क्या ये खुशी की बात थी हमको खुशी नही मिली