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"मैं अपने ही साये से डरा करता हूँ / रमेश तन्हा" के अवतरणों में अंतर

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10:52, 7 सितम्बर 2020 के समय का अवतरण

 
मैं अपने ही साये से डरा करता हूँ
क्या क्या कुछ सोच कर मरा करता हूँ
मुजरिम खुद अपना ही निकलता हूँ, जो गौर
किरदार पे अपने मैं ज़रा करता हूँ।