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"अदना सी तवक़्क़ो से बहल जाता है / रमेश तन्हा" के अवतरणों में अंतर

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11:00, 7 सितम्बर 2020 के समय का अवतरण

 
अदना सी तवक़्क़ो से बहल जाता है
हर चोट नई खा के संभल जाता है
हस्सास मगर इतना कि छू ले कोई बात
दिल धक से कलेजे से निकल आता है।