भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"काश कहीं ऐसा हो जाता / अंबर खरबंदा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अंबर खरबंदा |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

12:27, 7 सितम्बर 2020 के समय का अवतरण

 
काश कहीं ऐसा हो जाता
क़तरा भी दरिया हो जाता

क़तरा भी दरिया हो जाता!
मैं भी उस जैसा हो जाता

मैं भी उस जैसा हो जाता!
हंगामा बरपा हो जाता

हंगामा बरपा हो जाता!
मेरा भी चर्चा हो जाता

मेरा भी चर्चा हो जाता!
लोगों को क्या-क्या हो जाता