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"कब आओगे नगरी मेरी / शार्दुला नोगजा" के अवतरणों में अंतर
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कल बड़े दिनों के बाद सजन | कल बड़े दिनों के बाद सजन |
14:43, 7 सितम्बर 2020 के समय का अवतरण
कल बड़े दिनों के बाद सजन
आँखों में ना डाला अंजन
सोचा वंशीधर आएँगे
तो पग काले हो जाएँगे।
फिर रात, प्रात:, संध्या बीतीं
आहट से रही ह्रदय सीती
कब आओगे नगरी मेरी
आँखे सूनी, देह की देहरी।