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स्वतन्त्रता चाहन्छु
तिम्रैजस्तै।
………………………………………………………………………'''[[लोकतन्त्र / लैंग्स्टन ह्यूज़|इस कविता का हिन्दी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ]]'''
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