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:::ग़ैरों को गले न लगा सकूँ,
:::इतनी रुखाई कभी मत देना।
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'''[[उचाइ / अटलविहारी बाजपेयी / सुमन पोखरेल|यहाँ क्लिक गरेर यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्न सकिन्छ]]'''
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