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"तालाबों में बची हैं / रमेश पाण्डेय" के अवतरणों में अंतर
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10:25, 8 अक्टूबर 2008 के समय का अवतरण
तालाब में बची है शैवाल की
हरी खुरदरी कालीन
महुआ के पेड़ों की
हरी छाँव
मकई के हरे खेत
धान की हरी जवानी
बचा है अभी भी
अपनों के बीच अपनों की ख़बर का
चटख हरापन