भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"वह चिड़िया जो / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
|||
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल | |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल | ||
}} | }} | ||
− | + | {{KKCatKavita}} | |
− | + | <poem> | |
वह चिड़िया जो- | वह चिड़िया जो- | ||
− | |||
चोंच मार कर | चोंच मार कर | ||
− | |||
दूध-भरे जुंडी के दाने | दूध-भरे जुंडी के दाने | ||
− | |||
रुचि से, रस से खा लेती है | रुचि से, रस से खा लेती है | ||
− | |||
वह छोटी संतोषी चिड़िया | वह छोटी संतोषी चिड़िया | ||
− | |||
नीले पंखों वाली मैं हूँ | नीले पंखों वाली मैं हूँ | ||
− | |||
मुझे अन्न से बहुत प्यार है। | मुझे अन्न से बहुत प्यार है। | ||
− | |||
वह चिड़िया जो- | वह चिड़िया जो- | ||
− | |||
कंठ खोल कर | कंठ खोल कर | ||
− | |||
बूढ़े वन-बाबा के खातिर | बूढ़े वन-बाबा के खातिर | ||
− | |||
रस उँडेल कर गा लेती है | रस उँडेल कर गा लेती है | ||
− | |||
वह छोटी मुँह बोली चिड़िया | वह छोटी मुँह बोली चिड़िया | ||
− | |||
नीले पंखों वाली मैं हूँ | नीले पंखों वाली मैं हूँ | ||
− | |||
मुझे विजन से बहुत प्यार है। | मुझे विजन से बहुत प्यार है। | ||
− | |||
वह चिड़िया जो- | वह चिड़िया जो- | ||
− | |||
चोंच मार कर | चोंच मार कर | ||
− | |||
चढ़ी नदी का दिल टटोल कर | चढ़ी नदी का दिल टटोल कर | ||
− | |||
जल का मोती ले जाती है | जल का मोती ले जाती है | ||
− | |||
वह छोटी गरबीली चिड़िया | वह छोटी गरबीली चिड़िया | ||
− | |||
नीले पंखों वाली मैं हूँ | नीले पंखों वाली मैं हूँ | ||
− | |||
मुझे नदी से बहुत प्यार है। | मुझे नदी से बहुत प्यार है। | ||
+ | </poem> |
23:03, 8 मार्च 2021 के समय का अवतरण
वह चिड़िया जो-
चोंच मार कर
दूध-भरे जुंडी के दाने
रुचि से, रस से खा लेती है
वह छोटी संतोषी चिड़िया
नीले पंखों वाली मैं हूँ
मुझे अन्न से बहुत प्यार है।
वह चिड़िया जो-
कंठ खोल कर
बूढ़े वन-बाबा के खातिर
रस उँडेल कर गा लेती है
वह छोटी मुँह बोली चिड़िया
नीले पंखों वाली मैं हूँ
मुझे विजन से बहुत प्यार है।
वह चिड़िया जो-
चोंच मार कर
चढ़ी नदी का दिल टटोल कर
जल का मोती ले जाती है
वह छोटी गरबीली चिड़िया
नीले पंखों वाली मैं हूँ
मुझे नदी से बहुत प्यार है।