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"वीरांगना / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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23:27, 8 मार्च 2021 के समय का अवतरण

मैंने उसको
जब-जब देखा
लोहा देखा
लोहे जैसा-
तपते देखा-
गलते देखा-
ढलते देखा
मैंने उसको
गोली जैसा
चलते देखा।