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"अँजुरी से पी लूँगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’" के अवतरणों में अंतर

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तुमसे नाराज़ नहीं
 
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तुम बिन गीत कहाँ
 
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तुम सुर का साज़ रही।
 
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दिल को भी सी लूँगा
 
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सब तेरे आँसू
 
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अँजुरी से पी लूँगा।
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कुछ ऐसा कर लूँगा
 
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तेरा दुख दरिया
 
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सीने में भर लूँगा
 
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04:06, 21 मार्च 2021 का अवतरण

97
तुमसे नाराज़ नहीं
तुम बिन गीत कहाँ
तुम सुर का साज़ रही।
98
दिल को भी सी लूँगा
सब तेरे आँसू
अँजुरी से पी लूँगा।
99
कुछ ऐसा कर लूँगा
तेरा दुख दरिया
सीने में भर लूँगा