भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मैं भी अमेरिका का गीत गाता हूँ / लैंग्स्टन ह्यूज़ / विनोद दास" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
मैं भी भाई हूँ, लेकिन काला | मैं भी भाई हूँ, लेकिन काला | ||
− | जब कोई | + | जब कोई मेहमान आता है |
वे मुझे रसोई में | वे मुझे रसोई में | ||
खाना खाने के लिए भेज देते हैं । | खाना खाने के लिए भेज देते हैं । | ||
पंक्ति 21: | पंक्ति 21: | ||
कल | कल | ||
− | जब | + | जब फिर मेहमान आएँगे |
मैं मेज़ पर बैठूँगा | मैं मेज़ पर बैठूँगा | ||
तब कोई मुझसे यह कहने की | तब कोई मुझसे यह कहने की |
18:53, 12 अगस्त 2021 के समय का अवतरण
मैं भी
अमेरिका का
गीत गाता हूँ
मैं भी भाई हूँ, लेकिन काला
जब कोई मेहमान आता है
वे मुझे रसोई में
खाना खाने के लिए भेज देते हैं ।
मैं हँसता हूँ
और खूब खाता हूँ
और मजबूत बनता हूँ ।
कल
जब फिर मेहमान आएँगे
मैं मेज़ पर बैठूँगा
तब कोई मुझसे यह कहने की
ज़ुर्रत नहीं करेगा —
रसोई में जाकर खाओ ।
इसके अलावा
वे देखेंगे
कि मैं कितना सुन्दर हूँ
और वे शर्मिन्दा होंगे
मैं भी अमेरिकी हूँ ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : विनोद दास
………………………………………………………………………
यहाँ क्लिक गरेर यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्न सकिन्छ