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"बान्ध गले में उसकी डोरी / खगनियाँ" के अवतरणों में अंतर

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05:15, 15 नवम्बर 2021 के समय का अवतरण

पहेली :

बान्ध गले में उसकी डोरी ।
देते लड़के हैं झकझोरी ।
आसमान में उड़ता रहता ।
खाकर झोके बहता रहता ।
सूरत सदा तिकोनी रहै,
बासू केर खगनियाँ कहै ।

उत्तर : पतंग