भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"भोटको लडाइँको सवाई (१३-१५)/ लालबहादुर आउँमासी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लालबहादुर आउँमासी |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(कोई अंतर नहीं)

10:20, 26 जनवरी 2022 का अवतरण

अघिबाट सुद्धि बुद्धि कसले लियेन ।
केपुवाल बन्दुक् पनि उस्‌बेला थियेन ॥
नयाँ सिपाहीलाई अर्ति भयेन ।
बन्दुक भर्नाको ढङ्ग थियेन ॥१३॥

डोलो कार्तुस् हालेको बन्दुक चलेन ।
वर्मा सुजनी पनि नास्ति खुलेन ॥
नयाँ परे सिपाही कवायद् नजान्या ।
टाढैबाट भोटेलाई गोलि नहान्या ॥१४॥