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"भोटको लडाइँको सवाई (१०-१२)/ लालबहादुर आउँमासी" के अवतरणों में अंतर
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11:16, 26 जनवरी 2022 के समय का अवतरण
घटिया सपना येक् दुइले पाया ।
लेटरको सिपाहीलाई पट्टिमा मिलाया ॥
माझका सन्तरीमा रनप्रिया थिया ।
अन्तर्बीच्मा भवानीप्रसाद् राखिदिया ॥१० ॥
अधिबाट मान्धोज वीच खालि थियो ।
भोटेले दाउ पनि तहिँबाट लियो ॥
आइतबार ब्याउँदो सौँबार लाग्दो ।
रात्रिका बीचमा शुक्र उदाउँदो ॥११॥
बियाउँदो रातमा जोरिहाले हात ।
छल कपट् गर्न जान्ने भोटेको जात ॥
भाला बर्छा हातमा घुयाँत्राका डोरी ।
हान्न लागे भोटेहरू बन्दुकका गोली ॥१२॥