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"मैं सम्भावना में जीती हूँ / एमिली डिकिंसन / सुधा तिवारी" के अवतरणों में अंतर

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03:15, 1 फ़रवरी 2022 के समय का अवतरण

मैं सम्भावना में जीती हूँ —
एक घर जो गद्य से सुन्दर है
अनगिन खिड़कियाँ हैं यहाँ
जो बेहतर हैं — दरवाज़ों से —
कमरे गोया देवदारू से बने हों —

दृष्टि से अगोचर —
और आसमान का चंदवा
अनन्त छत है  —
मुलाक़ाती हैं सबसे सजीले लोग
और रोज़गार है मेरा — यही —
अपने तंग हाथ पसारकर
जन्नतें बटोरना —

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुधा तिवारी

और अब पढ़िए कविता मूल अँग्रेज़ी में
           Emily Dickinson
         I dwell in Possibility

I dwell in Possibility –
A fairer House than Prose –
More numerous of Windows –
Superior – for Doors –

Of Chambers as the Cedars –
Impregnable of eye –
And for an everlasting Roof
The Gambrels of the Sky –

Of Visitors – the fairest –
For Occupation – This –
The spreading wide my narrow Hands
To gather Paradise –