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बतासले झारेका फुलहरू सँगाली
बिरहको आँसुले यिनै फूल पखाली
माला गाँसी राखे है भरे भेट्न आउँला
कर्मै आफ्नो अभागी चोखो फूल कहाँ पाउँला
चोखो फूल चाहिन्छ ढुङ्गाको देउतालाई
माया किन ब्यर्थैमा मरिजाने मान्छेलाई
बत्ती बाल्नु पर्दैन अँधेरोमै आउँला
अँधेरोमै जीवन बित्यो उज्यालो म कहाँ पाउँला