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"दाम्‍पत्‍य - 2 / संतोष अलेक्स" के अवतरणों में अंतर

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12:05, 31 मार्च 2022 के समय का अवतरण

हम घर से साथ निकलते
शाम को दफतर के बाद
साथ बाजार जाते
लौटते साथ
शाम को खाने पर साथ नहीं बैठते

माँ का हदय
कथरी सा बिछता है
बाबूजी जागते हैं रात भर

दोनों परिवारवालों की
आपसी सहमति से हुई थी
शादी हमारी