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"बात करने को कोई बात नहीं / मरीने पित्रोस्यान / उदयन वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर

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16:29, 17 अप्रैल 2022 के समय का अवतरण

हर कोई क्यों
दौड़ा जा रहा है
बात करने को
कोई बात नहीं है ।

हमने इतनी सारी
नहरें खोदीं
इतने सारे पेड़ लगाये
इतने सारे शहर बसाये
लेकिन तब भी लोग भूखे हैं

वे पैसा कमाने दौड़े जा रहे हैं
जितना रईस हो देश
उतना तेज़ दौड़ता है

दिन-ब-दिन
तेज़, और तेज़ दौड़ता है
बात करने को कोई बात नहीं
 
अँग्रेज़ी से अनुवाद : उदयन वाजपेयी