भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"उकताहट / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लैंग्स्टन ह्यूज़ |अनुवादक=अमर नद...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
18:50, 26 अप्रैल 2022 के समय का अवतरण
कितना
उबाऊ है
हमेशा ही
रहना
ग़रीब !
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम
—
लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Langston Hughes
Ennui
It's such a
Bore
Being always
Poor.