भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"यह बुलडोज़र है / सुधीर सक्सेना" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुधीर सक्सेना |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
15:25, 1 मई 2022 के समय का अवतरण
इसे बधिर कहेंगे
या अर्द्धबधिर ?
यह आदेश सुनता है
आर्तनाद नहीं,
इसे कतई पसन्द नहीं
कि कोई इसका रास्ता छेंके
शब्दकोश में इसका सबसे पसन्दीदा शब्द है —
नेस्तनाबूद
यह गड़ी हुई कई चीज़ों को उखाड़ देता है,
भले ही वो फ़सल हो या इमारत,
गुर्राने से जुड़ी है इसकी गतिशीलता
यह चल नहीं सकता एक भी क़दम गुर्राए बग़ैर
इसे ईश्वर ने नहीं,
मनुष्य ने सिरजा है
कृतज्ञ है यह
जेम्स क्यूमिंग्स और जे. अर्ल मैक्लियोड का
अगले साल
सौ साल हो जाएँगे
मना सकते हैं आप सन् 2023 में इसकी जन्मशती
कैसा चमत्कार है
कि दिनों-दिन भीम और चपल और शक्तिशाली
होता जा रहा है यह
नई सदी का प्रारम्भ है यह
सदी के शेष वर्षों में
बढ़ेगी इसकी आबादी
यक़ीन मानिए, मित्रो !
बढ़ेगा इस पर व्यवस्था का अवलम्ब !