भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मोह नसाय / चंद्रप्रकाश देवल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चंद्रप्रकाश देवल |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:45, 17 जुलाई 2022 के समय का अवतरण
थारै सारै है सिंवरणौ
निरवांण कोनीं
थारै सारै है उडीकणौ
आंण-जांण कोनीं
जूंण नै मत कसाय
नसाय-मोह नसाय।