भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"थारौ वासौ / चंद्रप्रकाश देवल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चंद्रप्रकाश देवल |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:17, 17 जुलाई 2022 के समय का अवतरण

कीकर उचारूं थारौ नांव
उणमें गूंज है अणूंती
नीं बोलूं कीं
तौ बोबड़ौ बाजूं

तो पछै ताळवा अर दांतां नै
होठ अर जीभ नै
किणी आछा दिन री आस झिलाय दूं
जिणसूं वै उडीकबौ करै
भासा
पण भासा में थूं कठै?