भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"यह यहीं है / हैरॉल्ड पिंटर / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= हैरॉल्ड पिंटर |अनुवादक=अरुण कमल |...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(कोई अंतर नहीं)

03:21, 13 अगस्त 2022 का अवतरण

वो आवाज़ कैसी थी ?

मैं मुड़ता हूँ, उस कमरे की ओर जो हिल रहा है ।
 
वो आवाज़ कैसी थी जो अन्धेरे से आई ?
कैसा है यह प्रकाश का भूलभुलैया जिसमें वह छोड़ती है हमें ?
यह कैसी मुद्रा है
हटने और फिर लौटने की ?
यह क्या सुना हमने ?

यह वही साँस थी, जो हमने ली थी, जब हम पहली बार मिले थे ।

सुन । यह यहीं है ।