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|रचनाकार=अलेक्सान्दर ब्लोक पूश्किन
|संग्रह=यह आवाज़ कभी सुनी क्या तुमने / अलेक्सान्दर पूश्किन
}}
साँस भरी दुख से क्या कभी तुमने ?
1816
'''मूल रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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