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"सफ़र के साथी / शशिप्रकाश" के अवतरणों में अंतर

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15:26, 28 अगस्त 2022 के समय का अवतरण

धुएँ और लपटों से रची
एक सँवलाई हुई आग ।

जलना नहीं
सहनी है आँच

और फिर चलना है आगे
ताप और स्मृतियों के साथ ।