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"अपेक्षा / जय गोस्वामी / पवन साव" के अवतरणों में अंतर

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20:45, 30 दिसम्बर 2022 के समय का अवतरण

जितनी बार घण्टी बजती है
सोचता हूँ तुम आई हो

दरवाज़ा खोलकर देखता हूँ
कोई और होता है

मन में ज्वार उठता है
मन में ज्वार मर जाता है ।

बांग्ला से अनुवाद : पवन साव