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|मृत्यु=07 जुलाई 2001 | |मृत्यु=07 जुलाई 2001 | ||
|कृतियाँ=चू याकूब की क़िस्मत, अरना भैंसे के पदचिह्न, चाँदी-गली | |कृतियाँ=चू याकूब की क़िस्मत, अरना भैंसे के पदचिह्न, चाँदी-गली | ||
− | |विविध=सुख़ूमी के शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के भाषाशास्त्र संकाय से रूसी भाषा और साहित्य में एमए करने के बाद मसक्वा में फ़िल्म पटकथा लेखन में विशेष उच्च डिग्री कोर्स किया और इसके बाद दऊर ज़नतारिया पत्रकारिता करने लगे। | + | |विविध=सुख़ूमी के शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के भाषाशास्त्र संकाय से रूसी भाषा और साहित्य में एमए करने के बाद मसक्वा में फ़िल्म पटकथा लेखन में विशेष उच्च डिग्री कोर्स किया और इसके बाद दऊर ज़नतारिया पत्रकारिता करने लगे। ’लपट’ नामक आभाज़ियाई बाल-पत्रिका के सम्पादकीय विभाग में रहे। ऐतिहासिक कथाओं और कहानियों के अलावा ’नस्लवादी घृणा और मतभेद’ विषय पर अनेक लेख लिखे और भाषण दिए। रूस और आभाज़िया में इनकी कविताएँ और कहानियाँ बेहद लोकप्रिय हैं। |
|जीवनी=[[दऊर ज़नतारिया / परिचय]] | |जीवनी=[[दऊर ज़नतारिया / परिचय]] | ||
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21:19, 10 जनवरी 2023 के समय का अवतरण
दऊर ज़नतारिया
जन्म | 25 मई 1953 |
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निधन | 07 जुलाई 2001 |
जन्म स्थान | ग्राम तमीश, ओचमचीरस्की प्रदेश, आभाज़िया |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
चू याकूब की क़िस्मत, अरना भैंसे के पदचिह्न, चाँदी-गली | |
विविध | |
सुख़ूमी के शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के भाषाशास्त्र संकाय से रूसी भाषा और साहित्य में एमए करने के बाद मसक्वा में फ़िल्म पटकथा लेखन में विशेष उच्च डिग्री कोर्स किया और इसके बाद दऊर ज़नतारिया पत्रकारिता करने लगे। ’लपट’ नामक आभाज़ियाई बाल-पत्रिका के सम्पादकीय विभाग में रहे। ऐतिहासिक कथाओं और कहानियों के अलावा ’नस्लवादी घृणा और मतभेद’ विषय पर अनेक लेख लिखे और भाषण दिए। रूस और आभाज़िया में इनकी कविताएँ और कहानियाँ बेहद लोकप्रिय हैं। | |
जीवन परिचय | |
दऊर ज़नतारिया / परिचय |