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<Poem>
नए गगन में नया सूर्य जो चमक रहा है
रंग-बिरंगे
यह जो इतने फूल खिले हैं
कल इनको मेरे प्राणों मे ने नहलाया था
कल इनको मेरे सपनों ने सहलाया था